2-जीवनी उनकी लिखी जाती है जो सबको अध्यात्म की संजीवनी बाटते हैं।
3-गलत काम,आपको खास आदमी से आम आदमी बना देता है।
4-जिन्हें नहीं अटकना हो,उन्हें कहीं भी भटकना नहीं चाहिए।
5-जो लोग किसी की नहीं मानते,उनकी भी कोई नहीं मानता है।
6-भोग रोग बने,इसके पहले ही छोड़ देने चाहिए।
7-मायाचार अर्थात स्वयं से अत्याचार।
8-लोगों की नजरों में अच्छे मत बनिये बल्कि अपनी नजरें अच्छी कीजिये।
9-जीवन मे नजर झुकाकर नहीं,उठाकर जीने वाले कार्य करो।
10-मोह उनको मारेगा,जो इच्छा से हारेगा।
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