जीव को वो ही मिलता है,जिसकी वो अनुमोदना करता है।
बातों में नहीं,जीवन में बड़े बनिये।
आप उसके अधिकारी है,जिसकी आपके अंदर सामर्थ्य भरी है।
छिपकर पाप नहीं,खुलकर धर्म कीजिये।
ध्यान रखना,थोड़ी सी गलती अनंत काल फलती है।
दर्द का कारण मोह है इसलिए जिन्हें दर्द नहीं चाहिए वे मोह तजें।
पुरुषार्थहीन व्यक्ति,कभी महापुरुष नहीं बनते हैं।
नीचा दिखाकर,कोई किसी की नजरों में ऊंचा नहीं बन सकता है।
हल्की बातें,हल्के व्यक्तित्व का परिचय देती हैं।
अच्छे कार्य,स्वयं अपना प्रचार करते रहते हैं।
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